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ज़िन्दगी है अमानत हुज़ूर आपकी,
अपने दर पर इसे बस निभा दीजिये-2
जिस कदम पर भी हमसे कोई भूल हो,
अपने बच्चे समझ कर बता दीजिये-2
ज़िन्दगी है अमानत हुज़ूर आपकी,
अपने दर पर इसे बस निभा दीजिये-2
हम खुदा को भी बंदा समजते रहे ,
आप क्या है और हम क्या समझते रहे-2
मन के विश्वास मैं जो रुकावट बने,
ऐसा पर्दा नजर से हटा दीजिये-2
ज़िन्दगी है अमानत हुज़र आपकी,
अपने दर पर इसे बस निभा दीजिये-2
मन परेशान हो कुछ ना अच्छा लगे,
इनके ही सामने फिर गुजारिश करे -2
मेरे बाबा किसी ना किसी रूप मैं,
अपनी मोहिनी सूरत दिखा दीजिये-2
ज़िन्दगी है अमानत हुज़ूर आपकी,
अपने दर पर इसे बस निभा दीजिये-2
जब भी हमसे कोई भूल हो जाती है
मुस्कुराहट इनकी कहीं खो जाती है -2
अपनी मीठी सी मुस्कान यू छीनकर,
हमको इतनी बड़ी ना सजा दीजिये -2
ज़िन्दगी है अमानत हुज़ूर आपकी,
अपने दर पर इसे बस निभा दीजिये-2
समता,रेणुका ना सुदीक्षा करे,
कुछ भी ऐसा जो इनको ना अच्छा लगे -
खुश जो रखे हमेंशा "विवेक" आपको,
कोई हमको भी ऎसी कला दीजिये -2
ज़िन्दगी है अमानत हुज़ूर आपकी
अपने दर पर इसे बस निभा दीजिये-2
जिस कदम पर भी हमसे कोई भूल हो,
अपने बच्चे समज कर बता दीजिये-2
ज़िन्दगी है अमानत हुज़ूर आपकी,
ज़िन्दगी है अमानत हुज़ूर आपकी,
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